Art Dialogue – जीवन में शिख़र छूने के लिए स्वप्न द्रष्टा होना जरुरी ओर सपनो को हकीकत में पाने के लिए कड़ी मेहनत ही एक मात्र मंत्र
मौका था सामाजिक सरोकारों से जुडी मैसेज आर्गेनाइजेशन द्वारा आईआईएस यूनिवर्सिटी के सयुक्त तत्वाधान में “आर्ट डायलॉग” कला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्ये- समाज, कला और कलाकार से जुड़े सभी आयामों पर विस्तृत चर्चाओं हेतु मंच प्रदान करना ।
आज डायलॉग के इस सीरिज में चित्रकार मूयोरोलीस्ट , इंस्टालर सुरेंद्र पाल जोशी कला छात्रों के मध्य अपनी कला यात्रा के विभिन्न छुए , अनछुये पहलुओं को शेयर किया।
सफल होने का एक ही मंत्र , लीक से हटकर कुछ अलग करने की सोच जरुरी
आज डायलॉग के दौरान छात्रों द्वारा सफलता का मंत्र पूछे जाने पर उन्होंने सफल होने के लिए अपना लक्ष्य तय करने और उसके लिए अपने इर्द-गिर्द बुने गए दायरों से ऊपर उठकर कुछ नया हटकर अलग करने से ही आपकी सफलता निश्चित हैं । संसथा कन्वीनर पूर्णिमा कॉल के अनुसार इस मौके पर स्लाइड शो के माध्यम से कला यात्रा के विभिन्न पाडवो को पेंटिंग के माध्यम से दर्शाया गया। साथ ही राष्ट्रीय , अंतराष्ट्रीय कला के विभिन्न पहलुओं पर लाभकारी जानकारियां दी गई। इस अवसर पर वरिष्ठ चित्रकार भवानी शंकर शर्मा, मीनाक्षी भारती , स्वेत गोयल , गिरिराज शर्मा वरिष्ठ पत्रकार दीपक गोस्वामी ,सत्यजीत तालुकदार , महावीर शर्मा , सोशल वर्कर रवि कामरा , स्नेहलता शर्मा, डॉ सतीश त्यागी सहित २०० से भी से भी अधिक छात्राओं ने भाग लिया।
आगे भी आर्ट डायलॉग के सीरीज में वरिष्ठ कलाकारों को जानने उनसे कला की बारीकियों को समझने व् कम्युनिटी में संवाद स्थापित करने का यह क्रम अनवरत जारी रहेगा ।